Abani Chakravarty
अवनी चक्रवर्ती बीसवीं शदी के उत्तरार्द्ध में असमिया साहित्य के एक मानवतावादी कवि थे। उनकी रचनाओं में मौलिक कविताओं के अलावा दो लघु उपन्यास और तीसरे विश्व की कविता का विपुल मात्रा में अनुवाद शामिल है।
आरंभिक जीवन
श्री चक्रवर्ती का जन्म अविभक्त कामरूप जिला के नलबारी अनुमंडल (वर्तमान नलबारी जिला) के बरनर्द्दी गांव में एक असमिया ब्राहमण परिवार में हुआ था। उनके पिता रजनीकांत चक्रवर्ती स्व-प्रशिक्षित मूर्तिकार थे जिनकी कलाकृतियां गांव के मंदिर परिसर में स्थापित हुई थी।
रचना संसार
अवनी चक्रवर्ती ने 1960 के दशक में असमिया साहित्य में योगदान करना आरंभ किया और 1990 के दशक तक ऐसा करते रहे। असमिया कविता और साहित्य में वे लगातार प्रभावशाली बने रहे। अचानक 12 नवंबर 1994 को सान्ध्य भ्रमण से लापता होने तक उनकी रचनायात्रा चलती रही।
श्री चक्रवर्ती की अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं जिनमें कविता-संग्रह, अनुवाद और दो लघु उपन्यास शामिल हैं। इसके अलावा उनकी अनेक कविताएं प्रमुख असमिया समाचार-पत्र और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। लघु पत्रिकाओं के संपादन-प्रकाशन के क्षेत्र वे अद्वितीय बने रहे। इसी क्रम में उन्होंने कविता प्रकाशन की स्थापना की।
श्री चक्रवर्ती असमिया पत्रिका ‘अंतरंग’ (अर्द्ध वार्षिक,1969) और ‘असमिया कविता’ (मासिक,1970) के संयुक्त संपादक तथा चिरंतन(त्रैमासिक,1972) के संपादक थे। असमिया कविता में काव्य-पाठ का पहला रिकार्ड ‘प्रतिवादर कंठ (रिकार्डिंग,1985) उनकी कविताओं का हुआ था। उनके काव्य संग्रह- देहा रमरमाई मोर 1970, श्लोगन 1980, कविकंठ 1987, आत्मकथात्मक लघु उपन्यास ‘शंकरदेव उद्यान, ही आरू अपूर्व 1990, संपादित काव्य संग्रह ‘वृत्त भांगार समय 1972 , एई समय 1972, परशु गोस्वामीर कविता 1989 और अमूल्य बरूआर जीवन आरू कविता 1990 उल्लेखनीय हैं।
संयुक्त रूप से संग्रहित, अनुवाद और संपादित पुस्तकें -माओ त्से तुंगर कविता 1979, तुंग पी यू र कविता 1979, हो चि मिन्ह र कविता 1979, कृष्णांग कवि र कविता 1982, फैज अहमद फैज र कविता 1985 और मुसा जलील र कविता 1987 आदि हैं।
अवनी चक्रवर्ती के बारे में पुस्तकें:- कवि के लापता होने के बाद उनके बारे में अनेक पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं। उनमें अवनी चक्रवर्ती र निर्वाचित कविता (पुथी निकेतन, 1996), अवनी चक्रवर्ती र स्व निर्वाचित कविता संकलन (फ्रेंडस पब्लिकेशन, 2004), अवनी चक्रवर्ती: स्मृति आउर सृष्टि (कविता प्रकाशन,2009) और सपनों के साथ एक दिन ठिठोली (अवनी चक्रवती की चुनी हुई कविताओं का हिन्दी अनुवाद, अनुवादक दिनकर कुमार, कविता प्रकाशन 2010) तथा खंथाइगारिनि गारां (अवनी चक्रवर्ती की चुनी हुई कविताओं का बोड़ो भाषा में अनुवाद, अनुवादक बिरूपक्ष बसुमतारी, कविता प्रकाशन 2010) हैं। हिन्दी पत्रिका उलुपी ने अवनी चक्रवर्ती पर केन्द्रीत एक विशेष अंक प्रकाशित किया।
कवि चक्रवर्ती की कविताओं की समीक्षाएं कुछ असमिया पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। हालांकि उनकी कविताओं का आलोचनात्मक विश्लेषण किया जाना अभी बाकी है।